पूजय गुरुदेव के साथ र४ गायत्री मंत्र
February 10, 2011 Leave a comment
पूजय गुरुदेव के साथ र४ गायत्री मंत्र, र४००० गायत्री मंत्र के बराबर शकितशाली हैं
परम पूजय गुरुदेव स्वयं कहते है- “हमारे साथे र४ गायत्री मंत्र बोलने से आप लोगो को गायत्री मंत्र का शुद्ध उचारण आ जायेगा और आप लोगों के बोलने के साथ-साथ में हमारी वाणी का भी समावेश हो जायेगा | हमारी कई वाणिया र्है | आपके तो एक ही वाणी है – बैखरी | हमारे पास मघ्यमा वाणी भी है, परावाणी भी है, पश्यन्ति वाणी भी है | ईन चारों वाणियों को मिलाकर के हम मंत्र बोलते है, तो र४ मंत्र हम बोलेंगे, हमारे साथ-साथ आप भी बोलना शुरु कर दीजिये | इस तरीके से र४ मंत्र हम बोलेंगे, हमारे साथ साथ आप भी बोलना शुरु कर दीजिए | इस तरीके से र४ मंत्र समजीए कि र४ हजार मंत्रो के बराबर शकितशाळी होंगे, कयोकि उसमें हमारी वाणी का समावेश है |”
-यज्ञ की महत्ता एवं वातावरण का परिशोधन, प्रवचन से |
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